- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया।
- उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम महादेव को समर्पित है और पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान है।
- इसमें 30 हजार से ज्यादा लोग मैच देख पाएंगे और युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम में ट्रेनिंग का मौका मिलेगा।
- मोदी ने इसे वाराणसी का चमकता हुआ सितारा बताया और बीसीसीआई के पदाधिकारियों का धन्यवाद भी व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम महादेव को समर्पित है। यह न सिर्फ वाराणसी के लिए बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान है। स्टेडियम का डिजाइन देखकर हर काशीवासी का मन गदगद हो गया है।
मोदी ने कहा कि आज समय बदल गया है और युवा खेल स्टार्टअप्स के बारे में सोच सकते हैं। जो खेलेगा वही खिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने खेल को युवाओं की फिटनेस और उनके करियर से जोड़ दिया है। इस बार खेल बजट को तीन गुना बढ़ा दिया गया है। खेलो इंडिया के बजट में पिछले साल की तुलना में 70 फीसदी की वृद्धि की गई है।
मोदी ने कहा कि ये स्टेडियम न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान है। यह तैयार हो जाएगा तो इसमें 30 हजार से ज्यादा लोग बैठकर मैच देख पाएंगे। जबसे स्टेडियम की तस्वीरें आई हैं, हर काशी वासी गदगद हो गया है। महादेव की नगरी में स्टेडियम और उसकी डिजाइन महादेव को ही समर्पित है। इसमें क्रिकेट एक से बढ़कर एक मैच होंगे। इसमें युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम में ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम दिव्यांग जनों को ध्यान में रखकर बनाया जाने वाला पहला स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स होगा।
उन्होंने कहा कि आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। नए नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं। जाहिर है कि आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने वाली है। जब मैचों की संख्या बढ़ेगी तो नए स्टेडियमों की जरूरत भी पड़ेगी। तब बनारस का ये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। ये पूरे पूर्वांचल का चमकता हुआ सितारा बनने वाला है।
मोदी ने कहा कि अभी कुछ समय पहले ही वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत ने इतिहास रचा है। इन गेम्स के इतिहास में पिछले कई दशकों में भारत ने कुल मिलाकर जितने पदक जीते थे, उससे ज्यादा पदक सिर्फ इस साल जीतकर दिखा दिए हैं।
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह स्टेडियम वाराणसी और पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात है।
- बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि यह स्टेडियम वाराणसी को एक अंतरराष्ट्रीय खेल केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
- यह स्टेडियम पूर्वांचल के युवाओं के लिए क्रिकेट के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।
- यह स्टेडियम वाराणसी को एक अंतरराष्ट्रीय खेल केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
- यह स्टेडियम भारत में क्रिकेट के विकास को बढ़ावा देगा।
- स्टेडियम की लागत 451 करोड़ रुपये है।
- स्टेडियम की क्षमता 30 हजार से ज्यादा है।
- स्टेडियम में एक क्रिकेट अकादमी भी होगी।
वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास एक ऐतिहासिक घटना है। यह स्टेडियम पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और भारत में क्रिकेट के विकास को बढ़ावा देगा।
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