अजय मिश्रा (टेनी)
अजय मिश्रा (टेनी) भाजपा नेता और उत्तरप्रदेश के खीरी से 17 वीं लोकसभा के सदस्य हैं। निर्वाचन क्षेत्र में लोग इन्हें दबंग नेता के रूप में जानते हैं। इनका नाम विवादास्पर मामलों से भी जोड़ा जाता है जिसमें 2021 में लखीमपुर खीरी हिंसा में उनके बेटे की कथित संलिप्तता भी शामिल हैं।
निजी जीवन –
अजय मिश्रा टेनी का जन्म बनबीरपुर लखीमपुर खीरी में 25 सितंबर 1960 को हुआ था। इनके पिता का नाम अम्बिका प्रसाद मिश्रा और माता का नाम प्रेमदुलारी मिश्रा है। इनका विवाह पुष्पा मिश्रा के साथ हुआ है और इनके दो पुत्र व एक पुत्री है। पेशे से यह कृषिविद व्यवसायी हैं। इनका एक बेटा आशीष मिश्रा हैं जो राजनीति में सक्रिय रहे हैं और लखीमपुर खीरी में किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में विवादों में घिरे रहे हैं। इनके बेटे पर आरोप है कि इनकी कार से चार किसान और एक पत्रकार की मौत हुई व इस घटना में कई अन्य लोग घायल हुए थे। इनके बेटे की गिरफ्तारी 9 अक्टूबर 2021 को हुई थी।
शिक्षा –
इन्होंने शुरुआती शिक्षा अपने गृह क्षेत्र से पूरी की और सांइस में स्नातक और बैचलर ऑफ़ लॉ की पढ़ाई क्राइस्ट चर्च कॉलेज, कानपुर और डीएवी कॉलेज, कानपुर (छत्रपति शाहू जी महाराज विश्व विधायलय) से पूर्ण की है।
राजनीतिक जीवन –
साल 2003 में इनका नाम तिकुनिया नगर पंचायत में एक हत्या से जुड़ा और सुनवाई के दौरान जब उनपर जानलेवा हमला हुआ। तभी से यह राजनीति में सक्रिय हुए। 2004 में इन्हें इस आरोप में इन्हें दोषमुक्त बताया गया और यह जनता से प्रत्यक्ष जुड़ने लगे। साल 2009 में इन्होंने जिला पंचायत का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
साल 2012 में भाजपा ने इनपर विश्वास जताया और निघासन विधानसभा सीट से टिकट दिया इस दौरान सपा लहर थी इसके बाद भी इनको जीत हासिल हुई। क्षेत्र में इनकी मजबूत छवि देख कर यह भाजपा के विश्वसनीय बन गए और साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और जीत हासिल कर संसद पहुंचे। इस दौरान इन्हें ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया।
वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन्हें खीरी से अपना प्रत्याशी घोषित किया और जीत हासिल कर यह पुनः संसद पहुंचे। जुलाई 2021 में, वह कैबिनेट फेरबदल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्रालय में गृह राज्य मंत्रालय में मंत्री बनें थे।
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