केसरी देवी पटेल (Keshari Devi Patel)
केसरी देवी पटेल भाजपा नेता एवं उत्तरप्रदेश के फूलपुर से 17 वीं लोकसभा की सदस्य हैं। स्थानीय राजनीति में इनकी अच्छी पकड़ है।
Keshari Devi Patel निजी जीवन –
केसरी देवी पटेल का जन्म उत्तरप्रदेश के डबवा खंडेहा, चित्रकूट में 01 जनवरी 1957 को हुआ था इनके पिता का नाम स्व० हनुमान दास सिंह और माता का नाम स्व० धनपति देवी है। इनका विवाह गुलाब सिंह के साथ 17 फरवरी 1973 में हुआ था। इनके 3 पुत्र हैं। इनका एक बेटा दीपक पटेल राजनीति में सक्रिय है। यह करछना से विधायक रह चुके हैं।
Keshari Devi Patel शिक्षा –
इन्होंने मध्य प्रदेश के रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ आर्ट्स पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
Keshari Devi Patel राजनीतिक जीवन –
केसरी देवी पटेल के राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा के साथ हुई थी। 1996 से 2004 तक यह भाजपा की सदस्य के रूप में राजनीति में सक्रिय रहीं। इस दौरान यह भाजपा से पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुई और बाद में जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनीं। लेकिन साल 2004 में इन्होंने भाजपा छोड़ दी और बसपा परिवार का हिस्सा बन गईं। बसपा से यह चार बार जिला अध्यक्ष सहित पांच बार जिला पंचायत अध्यक्ष एवं पांच बार लगातार जिला पंचायत सदस्य रहीं।
वहीं दो बार यह दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अध्यक्ष भूमि विकास बैंक एवं उपाध्यक्ष महिला कल्याण निगम उत्तर प्रदेश के पद पर रह चुकी हैं। साल 2004 में बसपा ने इन्हें फुलवारी लोकसभा से टिकट दिया लेकिन यह हार गई। 2014 में बसपा ने पुनः इनपर भरोसा जताया और इलाहाबाद संसदीय सीट से टिकट दिया लेकिन इस बार भी इन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इस चुनाव के बाद इन्होंने अपनी रणनीति बदली और भाजपा में वापसी का प्रयास किया और उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में साल 2017 में यह भाजपा परिवार का हिस्सा बन गई। 2017 में यह जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई और 25 अक्टूबर 2018 को जब अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ तो रेखा सिंह के पक्ष में महज 2 वोट पड़े और अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 48 वोट पड़े। रेखा देवी की का पद रिक्त हुआ और राज्यपाल के अनुमोदन का पत्र आने के बाद केशरी देवी पटेल को अध्यक्ष पद के सभी अधिकार दे दिए थे।
वहीं 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तरप्रदेश के फूलपुर से इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। इस बार इनकी जीत हुई और यह संसद पहुंची। वर्तमान में यह 17 वीं लोकसभा की सदस्य हैं। इन्होंने 23 मई 2019 को पदभार ग्रहण किया।
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