महेंद्र नाथ पाण्डेय
महेंद्र नाथ पाण्डेय भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उत्तरप्रदेश के चंदौली से 17 वीं लोकसभा के सदस्य हैं। राजनीति में इनकी मजबूत पकड़ है और यह जनता से प्रत्यक्ष जुड़ाव रखते हैं। इनके सरल स्वभाव के कारण संसदीय क्षेत्र की जनता के बीच इनकी सकारात्मक छवि बनी हुई है।
निजी जीवन –
महेंद्र नाथ पाण्डेय का जन्म उत्तरप्रदेश के गाजीपुर के पाक खानपुर में 15 अक्टूबर 1957 को हुआ था। इनके पिता का नाम स्व० सुधाकर पाण्डेय और माता का नाम स्व ० चंद्रावती पाण्डेय है। इनका विवाह प्रतिमा पाण्डेय के साथ हुआ है। इनके तीन पुत्र व एक पुत्री है। यह एक किसान परिवार से आते हैं और साधारण जीवन व्यतीत करते हैं।
शिक्षा –
महेंद्र नाथ पाण्डेय ने अपनी 12 वीं तक की पढ़ाई अपने गृह राज्य से ग्रहण की। इसके बाद इन्होंने पत्रकारिता में मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म(एमए) और हिंदी में पीएचडी बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय उत्तरप्रदेश से पूरी की है।
राजनीतिक जीवन –
महेंद्र नाथ पाण्डेय के राजनीतिक जीवन की शुरुआत काशी हिन्दू विश्व विद्यालय से हुई क्योंकि पढ़ाई के दौरान इनका जुड़ाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हो गया था। 1973 में यह सीएम एंग्लों बंगाली कॉलेज के छात्र अध्यक्ष चुने गए। 1977 में यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक बनाए गए। 1978 में यह बीएचयू छात्र संघ के महामंत्री रहे हैं। इस दौरान यह भाजपा परिवार का हिस्सा बन चुके थे।
साल 1980 में भाजपा ने पहली बार इन्हें गाजीपुर जिले की सैदपुर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया लेकिन इस चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा। 1985 में इन्होंने पुनः भाजपा के टिकट से सैदपुर सीट से चुनाव लड़ और यह हार गए। 1991 में पुनः भाजपा ने इन्हें इसी सीट से मैदान में उतारा और इसबार इन्हें जीत हासिल हुई। 1966 में यह दोबारा सैदपुर सीट से विधायक बनें और इस बार कल्याण सिंह की सरकार में इन्हें पंचायती राज और नियोजन मंत्री बनाया गया।
लेकिन साल 2002 से 2007 तक इन्हें लगातार हार का सामना करना पड़ा। 2009 में भाजपा ने पहली बार लोकसभा चुनाव में भदोही सीट से इन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया। लेकिन इस चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन्हें चंदौली से अपना प्रत्याशी बनाया और इस बार इनकी जीत हुई। इन्हें मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री बनाया गया लेकिन जब इन्हें यूपी भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया तो इन्होंने अपने मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
वहीं साल 2019 में भाजपा ने इन्हें पुनः चंदौली सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया। इसबार पुनः इन्होंने अपनी जीत का बिगुल फूंका और सपा प्रत्याशी संजय चौहान को 13959 हजार वोट से मात दी। वर्तमान में यह भारी उद्योग मंत्री एवं 17 वीं लोकसभा के सदस्य हैं।
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