सुरेश कुमार खन्ना-
सुरेश कुमार खन्ना बीजेपी के मजबूत लीडर हैं। यह शाहजहांनपुर विधानसभा क्षेत्र से 1989 से 2017 लगातार 8 बार विधायक रह चुके हैं। जनता के बीच उनकी सकारात्मक छवि बनी हुई है। संसदीय क्षेत्र में लोग उनको ख्नन्ना के नाम से जानते हैं। बीजेपी की धाक शाहजहांपुर में स्थापित करने में खन्ना ने अहम भूमिका निभाई है। बढ़ती लोकप्रियता से खुश होकर 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सुरेश कुमार खन्ना को अपना प्रत्याशी बनाया लेकिन इस चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा।
निजी जीवन –
सुरेश कुमार खन्ना 06 मई, 1953 को उत्तरप्रदेश के जिला शाहजहाँपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम स्व0 राम नारायण खन्ना और माता का नाम कान्ति देवी है। यह पेशे हैं। उनका विवाह नहीं हुआ है।
शिक्षा –
सुरेश कुमार खन्ना ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने गृह राज्य से की। वहीं स्नातक (आगरा वि0वि0) एवं एल-एल0बी0 (लखनऊ विश्वविधालय) से पूर्ण किया।
राजनीतिक जीवन –
सुरेश कुमार खन्ना के राजनीतिक जीवन की शुरुआत पढ़ाई के दौरान हुई। यह देश के प्रत्येक मुद्दे में सक्रिय रहते थे। नवम्बर, 1989 में यह पहली बार दसवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। 1990-1991 तक यह विधान पुस्तकालय समिति के सदस्य रहे। मई- जून, 1991 में यह ग्यारहवीं विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। जुलाई, 1991-दिसम्बर, 1992 (श्री कल्याण सिंह, मंत्रिमण्डल) में यह राज्य मंत्री, नगर विकास विभाग बनें।
नवम्बर, 1993 यह बारहवीं विधान सभा के सदस्य नियुक्त हुए। 1994-1995 तक यह प्रतिनिहित विधायन समिति के सदस्य रहे. 1995-1996 नियम समिति के सदस्य रहे। सितम्बर-अक्टूबर, 1996 में यह तेरहवीं विधान सभा के सदस्य, चौथी बार निर्वाचित हुए। जून-अक्टूबर, 1997 में यह सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति के सदस्य रहे।
अक्टूबर, 1997-नवम्बर, 1999 (श्री कल्याण सिंह, मंत्रिमण्डल) में उनको राज्य मंत्री, आवास बनाया गया। नवम्बर, 1999-मार्च, 2002 में यह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नियोजन, अर्थ, संख्या विभाग (श्री राम प्रकाश व श्री राजनाथ सिंह, मंत्रिमण्डल) के लिए नियुक्त हुए। फरवरी, 2002 में यह चौदहवीं विधान सभा के सदस्य, पांचवी बार निर्वाचित हुए। अक्टूबर, 2002-अगस्त, 2003 तक यह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन (सुश्री मायावती मंत्रिमण्डल) रहे। 2003-2004 में यह लोक लेखा समिति के सदस्य बनें।
2004-2006 तक यह नियम समिति के सदस्य रहे। 2004-2007 में यह भारतीय जनता पार्टी, विधान मण्डल दल के सदस्य बनें। 2006-2007 में यह आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के सदस्य बनें। अप्रैल-मई, 2007 में यह पन्द्रहवीं विधान सभा के सदस्य, छठी बार निर्वाचित हुए। मार्च, 2007-मार्च, 2012 तक यह मुख्य सचेतक, भारतीय जनता पार्टी, विधान मण्डल दल के सदस्य रहे।
2007-2010 तक यह लोक लेखा समिति के सदस्य रहे। सितम्बर, 2010- मार्च, 2012 तक यह सरकारी आश्वासन सम्बन्धी समिति के सभापति रहे। मार्च, 2012 में यह सोलहवीं विधान सभा के सदस्य, सातवी बार निर्वाचित हुए। 2012-2016 तक यह अधिष्ठाता मण्डल के सदस्य रहे। 2012-2013 तक यह सरकारी आश्वासन सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे। 2013-2014 में यह सरकारी आश्वासन सम्बन्धी समिति के सदस्य बनें।
जुलाई, 2014 यह नेता विधान मण्डल दल, भारतीय जनता पार्टी नियुक्त हुए। मार्च, 2017 में यह सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य, आठवी बार निर्वाचित हुए। 22 मार्च, 2017 से 21 अगस्त, 2019 तक यह संसदीय कार्य, नगर विकास एवं शहरी समग्र विकास तथा नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री रहे। 22 अगस्त, 2019 से 11 मार्च, 2022 तक वित्त, संसदीय कार्य, चिकित्सा शिक्षा (योगी आदित्यनाथ मंत्रिमण्डल) मंत्री रहे। मार्च, 2022 में यह अठारहवीं विधान सभा के सदस्य, नवी बार निर्वाचित हुए। 25 मार्च, 2022 से यह वित्त, संसदीय कार्य मंत्री हैं।
विदेश यात्रा-
सिंगापुर
थाईलैण्ड
इंग्लैण्ड
हॉलैण्ड
पश्चिमी जर्मनी
यू0के0
फ्रान्स
आस्ट्रिया
इटली
यू0एस0ए0
यू0एस0एस0आर0
नीदरलैण्ड (एम्सटर्डम) जापान आदि देश।
अप्रैल, 2018 में नगर विकास मंत्री के रूप में मलेशिया की सरकारी यात्रा की है।
अन्य जानकारी |
यंग लायर्स एसोसिएशन (तीन वर्ष तक), सदस्य, कार्यकारिणी, भारतीय जनता पार्टी उ0प्र0 (11 वर्ष से), जिला मंत्री, भारतीय जनता पार्टी (2 वर्ष), महामंत्री, भारतीय जनता पार्टी (3 वर्ष) शाहजहाँपुर की विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाऔं से सम्बद्ध,जिला कारागार शाहजहाँपुर, बरेली व लखनऊ में धारा 107, 116,151 सी.आर.पी.सी एवं 188 आई.पी.सी. के अंतर्गत अलग-अलग समय में कुल तीन माह बन्दी रहे ।
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