स्मृति ईरानी –
स्मृति ज़ुबिन ईरानी पूर्व अभिनेत्री एवं भाजपा की प्रतिष्ठित महिला राजनेता हैं। यह 17 वीं लोकसभा में उत्तरप्रदेश के अमेठी से सांसद हैं। वर्तमान में यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ को सम्भाल रही हैं। स्मृति ईरानी ने मॉडलिंग भी की है और यह कई विज्ञापनों में भी नजर आई हैं। अपने बयानों के लेकर स्मृति ईरानी सदैव सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं। इनका नाम प्रगतिशील राजनेताओं की श्रेणी में आता है।
निजी जीवन –
स्मृति ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को नई दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम अजय कुमार मल्होत्रा एवं माता का नाम शिबानी बागची है। इनकी दो बहनें हैं। वहीं इनका विवाह जुबीन ईरानी के साथ हुआ है। इनके पति एक व्यापारी हैं। वहीं इनका एक बेटा ज़ोहर ईरानी (2001 में जन्म) और बेटियां ज़ोइश ईरानी(2003 में जन्म), शैनेल ईरानी (सौतेली बेटी) है।
शिक्षा –
स्मृति ईरानी ने होली चाइल्ड ऑक्सिलियम स्कूल, नई दिल्ली से 12 वीं तक की पढ़ाई की। 12 वीं के बाद इन्होंने ओपन लर्निंग स्कूल, दिल्ली विश्वविद्यालय में बीकॉम में दाखिला लिया और प्रथम वर्ष में ही पढ़ाई छोड़ दी। इन्हें अभिनय का काफी शौक था और इन्होंने मॉडलिंग करना आरम्भ कर दिया।
अभिनय करियर –
स्मृति ईरानी ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की। साल 1998 में उन्होंने ‘फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता’ में भाग लिया और फाइनल तक पहुंची। वर्ष 2001 में स्मृति ने जीटीवी पर प्रकाशित रामायण में सीता का किरदार निभाया था। वहीं साल 2000 में टेलीवीजन सीरियल ‘हम है कल आज कल और कल’ के साथ अपने करियर की शुरुआत की। वर्ष 2006 में स्मृति ने बालाजी टेलीफिल्मस के अंतर्गत थोड़ी सी ‘ज़मीन और थोड़ा सा आसमान’ टीवी सीरियल को सह निदेशक की भूमिका निभाई एवं वर्ष 2008 में स्मृति ईरानी ने नृत्य पर आधारित टीवी सीरियल ‘ये है जलवा’ को साक्षी तँवर के साथ होस्ट किया था।
राजनीतिक जीवन –
साल 2003 में स्मृति ईरानी भाजपा परिवार का हिस्सा बनीं और दिल्ली के चाँदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। लेकिन कांग्रेस के मजबूत नेता कपिल सिब्बल के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2004 में इन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इनकी प्रतिभा के चलते इन्हें पांच बार केंद्रीय समिति के कार्यकारी सदस्य के रूप में मनोनीत किया और राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी नियुक्त किया। साल 2010 में यह महिलाओं के लिए मिशाल बनीं और भाजपा में महिला विंग की कमान इन्होनें संभाली।
साल 2011 में स्मृति ईरानी गुजरात से सांसद बनीं और इसी दौरान उन्हें हिमाचल प्रदेश में भाजपा की महिला मोर्चा की कर्ता धरता बनाया गया। साल 2014 में स्मृति ईरानी ने यूपी की राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस के गृह क्षेत्र के नाम से जाने वाले अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में उतरीं। हालाकि यहाँ इन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन यह राजयसभा की सदस्य थीं तो इन्हें भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया। लेकिन साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में पासा पलट गया और स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के गढ़ में राहुल गांधी को मात दी। वर्तमान में वह ‘महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ को सम्भाल रही हैं।
Discussion about this post