अधिगम – अधिगम एक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति नई चीजों को सीखता है और उसके व्यवहार में परिवर्तन होता है। इसमें लक्ष्यों की प्राप्ति या शिक्षण का परिणाम निहित होता है।
अधिगम के स्वरुप –
राबर्ट एम गेने द्वारा अधिगम के 8 प्रकार हैं
संकेत अधिगम
उद्दीपन अनुक्रिया अधिगम
शृंखला अधिगम
शाब्दिक सहसंबंध अधिगम
बहुभेदीय अधिगम
प्रत्यय अधिगम
सिद्धांत अधिगम
समस्या समाधान अधिगम
अधिगम की विशेषताएं –
व्यक्ति को शरीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
व्यक्ति मानसिक रूप से सही होना चाहिए।
अधिगम कर्ता में मूलभूत क्षमता व योग्यता होनी चाहिए।
अधिगमकर्ता में सीखने की स्वाभाविक रूचि होनी चाहिए।
अधिगमकर्ता को पूर्व की चीजों का ज्ञान होना चाहिए।
अधिगमकर्ता में बाधाओं से लड़ने की क्षमता होनी चाहिए।
रचनावादी दृष्टिकोण से अधिगम पांच प्रकार के होते हैं।
सलंग्न(ENGAGE)
अन्वेषण(EXPLORE)
व्याख्या(EXPLAIN)
विस्तार(EXABOARTE)
मूल्यांकन(EVALUATION)
इसे E5 दृष्टिकोण भी कहते हैं।