भारत पाकिस्तान विभाजन, 1947 में अंग्रेजों की सत्ता से आज़ाद हुए भारत के मुस्लिम अलगाववादी नेता मोहम्मद अली जिन्ना के अगुवाई में मुस्लिम बहुल राज्य के गठन http://भारतकी माँग के चलते अंग्रेजों ने भारत को दो भागों में विभाजित किया था।
इस प्रक्रिया के दौरान भारत के पश्चिमी भाग में पाकिस्तान नामक एक नया देश गठित किया गया था। यह विभाजन भारत के इतिहास में एक अहम मोड़ था जिसने दोनों देशों के इतिहास, राजनीति, सामाजिक और आर्थिक विकास को निर्धारित किया।
विभाजन के दौरान दोनों देशों में दंगों की घटनाएं घटीं जिससे लाखों लोगों की मौत हुई थी और दोनों देशों के बीच सीमावर्ती विवाद शुरू हो गए थे जो आज भी चलते हैं।
भारत पाकिस्तान विवाद के मुख्य कारण-
भारत पाकिस्तान विवाद के मुख्य कारण विभाजन के समय से शुरू होकर आज तक जारी हैं। विभाजन के समय भारत में मुस्लिम अलगाववाद नेता मोहम्मद अली जिन्ना की मांग थी कि मुस्लिम बहुल राज्य का गठन किया जाए। भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर ने इस मांग को मंजूर नहीं किया, जिससे भारत में मुस्लिम समुदाय और उनके नेता इस बात से नाराज रहे।
विभाजन के दौरान दोनों देशों में धर्म, संस्कृति, भाषा, संवैधानिक व्यवस्था आदि के बीच विभिन्नताएं थीं, जो दोनों देशों के बीच विवादों का कारण बने। पाकिस्तान की स्थिति अधिक बेहतर नहीं थी जिससे यहां लोग भारत में भारतीय मुसलमानों से निरंतर भारत सरकार की भावनाओं और नीतियों का आरोप लगाते रहते हैं। वहीं, भारत में पाकिस्तान से जुड़े कई मुद्दों पर चिंता जारी रहती है, जैसे कि जम्मू-कश्मीर मसले, आतंकवाद, बालाकोट हमले आदि।