डा0 सम्पूर्णानन्द का इतिहास
डा0 सम्पूर्णानन्द एक कुशल राजनीतिज्ञ, भाषा विद, साहित्यकार थे। यह अलग-अलग ढंग से निबंध लिखकर जनता के मन को छू लेते थे। समाज में क्रांति लाने के लिए यह सदैव प्रयासरत रहते थे। इनका संस्कृत, अंग्रेजी और हिन्दी तीनों भाषाओं पर अच्छा अधिकार था। ये उर्दू एवं फारसी के भी अच्छे ज्ञाता थे। विज्ञान, दर्शन, योग, इतिहास, राजनीति आदि विषयों में इनकी गहन रुचि थी। ये एक सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं स्वतन्त्रता सेनानी भी थे। सन् 1936 ई० में ये प्रथम बार विधानसभा के सदस्य चुने गए तथा सन् 1937 ई० में उत्तर प्रदेश के शिक्षामन्त्री बने।
निजी जीवन –
डा0 सम्पूर्णानन्द का जन्म 1 जनवरी, 1890 को उत्तरप्रदेश के बनारस में हुआ था। उनके पिता का नाम विजयानंद था और उनकी माता का नाम ज्ञात नहीं है। इनका संस्कृत भाषा पर बेहतर कमांड था। 7 मार्च, 1961 को नई दिल्ली में निधन हुआ।
शिक्षा-
यह एक एक सफल एवं योग्य प्राध्यापक रहे। लंदन मिशन हाईस्कूल, वाराणसी, प्रेम महाविद्यालय, वृन्दावन, प्रिंसेज कालेज, इंदौर, डूंगर कालेज, बीकानेर तथा काशी विद्यापीठ वाराणसी में अध्यापन कार्य किया।
राजनीतिक जीवन –
डा0 सम्पूर्णानन्द 1980, मई में आठवीं विधान सभा के सदस्य पहली बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के निर्वाचित हुए। इस पद पर यह 1923 तथा 1926 में निर्वाचित रहे। नवम्बर 1934 में यह केन्द्रीय विधान सभा सदस्य बनें। वर्ष 1937 में यह विधान सभा की स्थापनाकाल से सदस्य निर्वाचित हुए। तदुपरान्त पुनः 1946 तथा 1952 में सदस्य विधान सभा निर्वाचित हुए।
इसके बाद यह 1955 से 1958 तथा 1958 से 1961 तक राज्य सभा सदस्य रहे।17 जुलाई, 1937 से 2 नवम्बर तक यह पहली बार मुख्यमंत्री (प्रीमियर) बनें, 1939 दूसरी बार 1 अप्रैल, 1946 से 20 मई, 1952 तक तीसरी बार सामान्य निर्वाचन के बाद 20 मई, 1952 से 27 दिसम्बर, 1954 तक मुख्यमंत्री रहे।
02 मार्च, 1955 से 7 मार्च, 1961 तक यह केन्द्र में गृह मंत्री रहें। यह स्वतंत्र भारत के प्रमुख निर्माताओं में से थे। इसके आलावा यह अधिवक्ता तथा योग्य प्रशासक थे। वर्ष 1957 में उनको भारत रत्न पुरस्कार से विभूषित किया गया।
डा0 सम्पूर्णानन्द की कृतियाँ
समाजवाद
आर्यों का आदि देश
चिद्विलास
गणेश
जीवन और दर्शन
अंतरराष्ट्रीय विधान
पुरुष सूक्त
व्रात्य कांड
पृथ्वी से सप्तर्षि मंडल
भारतीय सृष्टि क्रम विचार
हिंदू देव परिवार का विकास
वेदार्थ प्रवेशिका
चीन की राज्यक्रांति
भाषा की शक्ति तथा अन्य निबंध
अंतरिक्ष यात्रा
स्फुट विचार
ब्राम्हण सावधान
ज्योतिर्विनोद
अधूरी क्रांति
भारत के देशी राज्य
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