बांके बिहारी मंदिर भक्तों के बीच बहुत ही प्रसिद्ध है, यह वृंदावन, उत्तर प्रदेश में स्थित है। मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के छठे स्वरूप, यानी बांके बिहारी जी की मूर्ति है। यह मंदिर प्रतिदिन लाखों भक्तों को आकर्षित करता है जो अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए भगवान के दर्शन करने आते हैं।
मंदिर का निर्माण सन् 1864 में हुआ था और यह वृंदावन के श्रेष्ठ मंदिरों में से एक है। मंदिर के अंदर अलग-अलग समय पर भक्तों के समक्ष भगवान की अलग-अलग भाव में मूर्तियां रखी जाती हैं। मंदिर का भीतरी सज्जा बहुत ही अनूठी और सुंदर है जो भक्तों को आकर्षित करती है।
बांके बिहारी मंदिर की मान्यता-
इस मंदिर की मान्यता हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह मंदिर प्रतिदिन लाखों भक्तों को आकर्षित करता है जो अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए भगवान के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर में भक्तों की मान्यता है कि बांके बिहारी जी की मूर्ति को देखने से उन्हें शांति एवं सुख की प्राप्ति होती है। इस मंदिर को हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है जो भक्तों को अपनी श्रद्धा और भक्ति के प्रति उत्साहित करता है।
कैसे जाएं बांके बिहारी मंदिर दर्शन के लिए-
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:
- वृंदावन जाने के लिए आप दिल्ली, आगरा या मथुरा के निकट स्थानों से टैक्सी, बस या ट्रेन सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
- मथुरा या वृंदावन रेलवे स्टेशन पर जाने के बाद, आप टैक्सी या ऑटो रिक्शा का उपयोग कर सकते हैं।
- बांके बिहारी मंदिर स्थिति भट्टे विहार क्षेत्र में है, जहां पार्किंग उपलब्ध है।
- मंदिर के दर्शन के लिए, आपको पूजा के लिए लंबी लाइन में लगना होगा।
- मंदिर में पहुंचने से पहले, आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास निगले जाने वाले पानी की बोतल या अन्य नियमित पूजा सामग्री हो।
- मंदिर दर्शन के लिए अपने आस-पास के होटलों या लोड्जों में रुक सकते हैं।
बांके बिहारी में क्या चढ़ता है प्रसाद-
बांके बिहारी मंदिर में प्रसाद के रूप में मिठाई और पूड़ी वितरित की जाती है। मंदिर की पूजा विधि के अनुसार, प्रसाद बांटने से पहले उसे भगवान की पूजा-अर्चना में चढ़ाया जाता है।
जब भक्त मंदिर में आते हैं, तो वे प्रसाद के रूप में मिठाई और पूड़ी प्राप्त कर सकते हैं। यह मिठाई त्योहारों और विशेष अवसरों पर भी वितरित की जाती है।
बहुत से भक्त अपने घर ले जाने के लिए प्रसाद की थैली खरीदते हैं। प्रसाद खरीदने के लिए भी, मंदिर के आस-पास कई दुकानें हैं जो विभिन्न प्रकार की मिठाई और पूड़ी बेचती हैं।
बांके बिहारी मंदिर के पास ठहरे के स्थान-
बांके बिहारी मंदिर के पास ठहरने के लिए कई विकल्प हैं अगर आप एक बजट होटल ढूंढ रहे हैं तो आप बन्दे आलू, जानता लॉज, हरि मंदिर लॉज, गोलोक धाम, श्री दास जी आश्रम जैसे स्थानों की जाँच कर सकते हैं।
अगर आप बजट से थोड़ा ऊपर जाना चाहते हैं, तो आप ग्रांड होटल, द रॉयल रेसिडेंसी, होटल आमोद अरावली, होटल चंद्र दा सफ़ार, होटल लक्ष्मी विलास पैलेस जैसे स्थानों की जांच कर सकते हैं। इन स्थानों के अलावा, आप अपने बजट और आवश्यकताओं के आधार पर अन्य होटल और लोड्जिंग ऑप्शंस की भी जाँच कर सकते हैं।
बांके बिहारी मंदिर में आपको कुछ चीजें करना मना है-
- पूजा के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें।
- मंदिर में प्रवेश करने से पहले आपको अपने जूते उतारने होंगे।
- प्रसाद लेने से पहले पूजारी से पूछें कि आप क्या ले सकते हैं और क्या नहीं।
- मंदिर में बारीकी से चलने का प्रयास करें।
- आपको धार्मिक आदर्शों का सम्मान करना चाहिए और आपके वस्तुओं को अधिक से अधिक लालच में नहीं बेचना चाहिए।
- मंदिर में लंबी कतार में लगे रहने के दौरान शांत रहें और दूसरों के साथ सहयोग करें।