Biography Of Rahul Gandhi In Hindi –राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुत्र और पूर्व महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते हैं। राहुल गांधी राजनीति में काफी सक्रिय रहते हैं। यह आय दिन केंद्र सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते पाए जाते हैं। कई बार राहुल गांधी अपने बयानों को लेकर आलोचनाओं में घिरे रहते हैं।
साल 2022 में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से जनता के बीच अपनी गम्भीर नेता के रूप में छवि विकसित की। भारत जोड़ो यात्रा का समापन 2023 में हुआ। वहीं 24 मार्च को लोकसभा स्पीकर जगदीप धनकड़ ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी। राहुल गांधी स्वयं को जनता का नेता कहते हैं उनका मानना है कि वह अपनी दादी की नीतियों पर चलकर राजनीति करते हैं।
निजी जीवन-
राहुल गांधी बेहद सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। उनका जन्म 19 जून 1970 को दिल्ली में हुआ था। राहुल गांधी के पिता का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और माता का नाम पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी है। यह गांधी-नेहरू परिवार से सम्बंधित हैं।
राहुल गांधी की दादी का नाम इंदिरा गांधी है जो देश की पहली महिला मुख्यमंत्री रही हैं। संजय गांधी राहुल गांधी के चाचा और मेनका गांधी उनकी चाची हैं। वरुण गांधी राहुल गांधी के भाई हैं जो भाजपा परिवार का हिस्सा हैं। प्रियंका गांधी राहुल गांधी की बहन हैं जो उम्र में राहुल गांधी से छोटी हैं।
राहुल गांधी ने अभी तक शादी नहीं की है। राहुल का कहना है कि वह एक सुलझी हुई लड़की से विवाह करना चाहते हैं। लड़की में उनकी दादी के गुण होने चाहिए।
Rahul Gandhi शिक्षा-
राहुल गांधी ने अपनी शुरुआत पढाई दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल में की। इसके बाद यह दून विद्यालय में आगे की शिक्षा ग्रहण करने चले गए। पिता और दादी की मौत के बाद राहुल गांधी के घर में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1981 से 1983 तक राहुल गांधी ने अपनी पढ़ाई घर से ही की। 1994 में कला में स्नातक की पढ़ाई करने के लिए राहुल गांधी हॉवर्ड विश्विद्यालय के रोलिन्स कॉलेज फ्लोरिडा में चले गए। वहीं साल 1995 में राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एम० फिल० की पढ़ाई पूरी की।
Rahul Gandhi आरंभिक करियर-
राहुल गांधी ने पढाई पूरी करने के बाद प्रबंधन गुरु माइकल पोर्टर की प्रबंधन परामर्श कम्पनी मॉनिटर ग्रुप के साथ 3 वर्ष तक काम किया। वहीं 2002 के अंत तक राहुल गांधी मुंबई स्थित अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी से जुड़ी कम्पनी आउट सोर्सिंग बैकअप्स सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल के सदस्य रहे।
Rahul Gandhi राजनीति में एंट्री-
राहुल गांधी शुरुआत के दौर में राजनीति से काफी दूर रहे। राहुल के स्वभाव से यह महसूस होता था कि उनकी राजनीति में कोई खास रुचि नहीं है। लेकिन साल 2004 में राहुल गांधी ने राजनीति में कदम रखा। साल 2003 में राहुल गांधी मीडिया के निशाने पर तब आए जब यह बहन प्रियंका गांधी के साथ अंतराष्ट्रीय क्रिकेट श्रृंखला देखने सद्भावना यात्रा पर पाकिस्तान गए।
साल के राजनीति में दाखिल होने की पुष्टि तब हुई जब 2004 में उन्होंने अपने पिता के संसदीय क्षेत्र अमेठी का दौरा किया। राहुल गांधी से उस समय जब मीडिया ने पूछा क्या वह राजनीति में आ रहे हैं तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा वह यह नहीं बता सकते कि वह राजनीति में कदम रख रहे हैं या नहीं।
लेकिन मई 2004 में राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की घोषणा हुई। उन्होंने अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा और 1 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की। इस समय उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की स्थिति काफी खराब थी। हर ओर से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा था। राहुल का उपयोग इस समय कांग्रेस में युवाओं को जोड़ने के संदर्भ में किया गया था।
साल 2004 से 2006 तक राहुल गांधी गृह मामलों पर स्थायी समिति के सदस्य नियुक्त किए गए। 2007-2009 तक यह मानव संसाधन विकास समिति के स्थायी सदस्य रहे हैं। साल 2007 में राहुल गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया। इस दौरान यह युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रभारी भी रहे हैं।
राहुल गांधी ने 2009 में पुनः लोकसभा चुनाव लड़ा। 15 वीं लोकसभा के चुनाव में राहुल गांधी ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 370000 मतों से हराया। 2009 में कांग्रेस को मिलीं 21 लोकसभा सीटों का सम्पूर्ण श्रेय राहुल गांधी के पास है। 31 अगस्त 2009 को राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी की ओर से मानव संसाधन समिति का स्थायी सदस्य नियुक्त किया गया।
साल 2011 में राहुल गांधी ने भट्टा परसौला गांव में किसान आंदोलन में भाग लिया। यह आंदोलन राजमार्ग परियोजना में भूमि अधिग्रहण के मुआवजे की मांग के लिए था। राहुल गांधी को यहां गिरफ्तार किया गया था। साल 2012 में हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने कांग्रेस का नेतृत्व किया 200 रैलियों के साथ कांग्रेस की आवाज को बुलंद किया। राहुल गांधी के प्रयास के बाद इस चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीटों पर अपना कब्जा जमाया।
जनवरी 2013 को राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया। लेकिन उनकी विफलताओं के बाद राहुल गांधी को चुनाव के मुखिया के रूप में अस्वीकार कर दिया गया। 2014 में 16 वीं लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने पुनः सदन में अपनी जगह बनाई। यह इस समय विदेशी मामलों और स्थायी सलाहकार समिति के सदस्य रहे हैं। इनके अलावा कांग्रेस ने राहुल गांधी को वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का स्थायी समिति का सदस्य बनाया।
साल 2018 में राहुल गांधी ने कर्नाटक के 30 जिलों की यात्रा की। यह यात्रा चुनावी परिपेक्ष्य में थी। कर्नाटक की जनता को साधते हुए कांग्रेस ने कर्नाटक में 224 सींटो में से 80 सींटो पर जीत हासिल की और राज्य में गठबंधन की सरकार बनाने के लिए जेडीएस का समर्थन किया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड व अमेठी से चुनाव लड़ा। राहुल गांधी को अमेठी में बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन वायनाड से चुनाव जीतकर राहुल गांधी संसद पहुँचे। वही इस चुनाव में कांग्रेस की दयनीय स्थिति की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेकर कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
24 मार्च 2023 को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को लोकसभा स्पीकर ने रद्द कर दिया। वर्तमान में राहुल गांधी लोकसभा सदस्य नहीं हैं। यह अब आगामी चार साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
राहुल गांधी(Rahul Gandhi) से जुड़े विवाद –
राहुल गांधी विवादों में तब आए, जब उनके द्वारा बताए गए, नाम और जन्म की तारीख तथा उनके कॉलेज प्रमाण पत्र में दर्ज नाम और उनके की तारीख में असमानता के कारण उनकी काफी आलोचना हुई।
• राहुल द्वारा हिंदू उग्रवाद और इस्लामी आतंकवाद पर टिप्पणी की गई। जिसमें उन्होंने कहा कि “हिन्दू उग्रवाद, इस्लामी आंतकवाद से ज्यादा खतरनाक है।” इस विवादास्पद टिप्पणी के कारण उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• उत्तर प्रदेश की एक लड़की ने राहुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि “उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर मेरा बलात्कार किया है।” हालाँकि सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा जाँच के दौरान उन्हें आरोपमुक्त कर दिया गया था।
• राहुल ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि “गरीबी केवल एक मन की अवस्था है।” जिससे उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• मई 2011 में, भट्टा पारसौल गांव में किसानों के साथ एक राजमार्ग परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया।
• बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड मामले में उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया।
Rahul Gandhi विशेष यात्रा –
भारत जोड़ी यात्रा 7 सितंबर, 2022 को राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई थी। यात्रा कश्मीर पहुंचने के लिए 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में करीब पांच महीनों में 4,080 किलोमीटर (2,540 मील) की दूरी तय की गई थी।
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