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ॐ' (Om) का रहस्य: ब्रह्मांड की आदि ध्वनि

ॐ (Om) का रहस्य: ब्रह्मांड की आदि ध्वनि

नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे एक ऐसे रहस्यमयी शब्द की, जो सदियों से आध्यात्मिकता का प्रतीक रहा है – ॐ (Om)। कई लोग इसे सिर्फ़ एक शब्द मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ॐ ब्रह्मांड की आदि ध्वनि मानी जाती है?

यह बात सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग सकता है, है ना? लेकिन ज़रा गौर से सोचिए। क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि ब्रह्मांड में एक गूंज है, एक कंपन? एक ऐसी आवाज़ जो सब कुछ जोड़ती है? शायद यही ॐ है।

कई धर्मों और आध्यात्मिक परंपराओं में ॐ का बेहद महत्व है। हिंदू धर्म में तो इसे सबसे पवित्र माना जाता है। मंत्रों की शुरुआत और अंत में ॐ का उच्चारण किया जाता है, जिससे उस मंत्र की शक्ति बढ़ जाती है।

लेकिन ॐ सिर्फ़ एक धार्मिक प्रतीक नहीं है। यह एक शक्तिशाली ध्यान तकनीक भी है। ॐ का जाप करने से मन शांत होता है, तनाव कम होता है, और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ती है। आपने कभी ध्यान किया है, तो आपको यह बात समझ आ सकती है।

कई वैज्ञानिकों ने भी ॐ के कंपन का अध्ययन किया है। उनके शोध से पता चला है कि ॐ के उच्चारण से हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। यह वाकई अद्भुत है, है ना?

अब, मैं खुद तो कोई वैज्ञानिक नहीं हूँ, लेकिन मुझे लगता है कि ॐ में कुछ ऐसा है जो हमें जोड़ता है – ब्रह्मांड से, खुद से, और एक-दूसरे से। यह एक ऐसा रहस्य है जो सदियों से लोगों को मोहित करता आया है और आगे भी करता रहेगा।

क्या आपने कभी ॐ का जाप किया है? आपका अनुभव कैसा रहा? मुझे कमेंट करके ज़रूर बताएं!